चौरी चौरा कांड
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![शहीद समारक चौरी चौरा](http://chped.net/https/upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/d/d6/Chauri_chaura_new_photo.jpg/200px-Chauri_chaura_new_photo.jpg)
चौरी चौरा कांड 4 फरवरी 1922 के गोरखपुर जिला के चौरी चौरा मे भइल रहे, जब असहयोग आन्दोलन के क्रांतिकारी लोग प पुलिस गोली चला दिहले रहे। एकर बिरोध मे क्रांतिकारी लोग एगो पुलिस स्टेशन प आक्रमन कइलस आ ओमे आगि लगा देलस, जेसे ओमे के सभ जाना मरा गइल। एह घटना मे 22 गो पुलिस आ 3 गो आम आदमी के मृत्यू भइल। महात्मा गाँधी, जे हिंसा के बिरोधी रहन, एह घटना के चलते, 12 फरवरी 1922 के आन्दोलन रोक दिहलन।[1] गांधी जी के एह फैसला के बादो, 19 गो लोग के फाँसी भइल आ 110 लोग के उम्रकैद के सजा सुनावल गइल।
पृष्ठभूमि[संपादन करीं]
1920, मे भारत के लोग, गांधी जी के प्रतिनिधित्व मे, असहयोग आंदोलन मे भाग लेले रहे।
संदर्भ[संपादन करीं]
- ↑ देसाई, रजनी एक्स (6 मार्च 2022). स्वतंत्रता संग्राम में भीतरघात ( Swatantrata Sangram mein Bhitarghat ) (हिंदी में). K.K. Publication.
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